Thursday, May 16, 2013

भुलाने के बहाने

भुलाने के बहाने तुझे दिल याद करता है
तेरे लिए तभ भी तड़पता था और अब भी तड़पता है

Wednesday, April 24, 2013

Kya kahein kisase kahein khayaalon mein gujar jayegi…Zindagi aadhi gayee yun hi baki gujar jayegi…

Tuesday, January 8, 2013

दर्द अपना था खुद ही रुखसत हो चला
ग़म भी अपना था अश्क बन कर बह चला
दिल की नादानियां कुछ ऐसी थी
वो महबूब मेरा था किसी और के साथ चल बैठा

Monday, October 25, 2010

जुनू

मान लेना की जुनू में वो मोहब्बत थी
मगर होती है एक बार चाहे जुनू में थी 

तन्हाइयां

तन्हाइयां क्या करेगी तनहा उसे
जो खुद आबादियों में भी तनहा रहे

बढेंगे दोस्त दोस्ती किये बगैर
बढेगी दोस्ती मुबारक दिए बगैर

आयेंगे पास कैसे जो सोचेंगे दूरी की
फासला कम नहीं होता जो रोज बढता हो 

याद

रहेंगे याद में तेरी हम ग़मगीन से
कभी भूले से हमको भी याद कर लेना

रिश्ताये इश्क तो बन ही गया है
 फास्लाये इश्क भी बनाये रखना

गुज़ारिश को मेरी तुम शौक में मत लेना
यही एक आस है जिसके सहारे जी रहा हूँ मै

जो मेरे दिल में बैठे हैं वो गर मेरे होते
न होता मैं अकेला इस दुनिया के अकेलो में

ज़िन्दगी सिर्फ मोहब्बत नहीं...... मोहब्बत ही ज़िन्दगी है....

अब करे याद किसे, कोई हमारा नहीं
सिर्फ तुम्हारे सिवा, कोई जान  से प्यारा नहीं

यदि कोई बातें याद रही तुमको
याद करते रहोगे दिन रात हमको

चाहत हमारे भले हुई न पूरी
मगर कह सकता नहीं कोई अधूरी

बात तेरी हो या मेरी, सुनता अब नहीं कोई
याद तेरी अब है मेरी, और अब नहीं कोई

उस त़ेज कदम ने हिला दिया मुझको
कर कर के याद तुझको मैं भूल गया खुदको