अब करे याद किसे, कोई हमारा नहीं
सिर्फ तुम्हारे सिवा, कोई जान से प्यारा नहीं
यदि कोई बातें याद रही तुमको
याद करते रहोगे दिन रात हमको
चाहत हमारे भले हुई न पूरी
मगर कह सकता नहीं कोई अधूरी
बात तेरी हो या मेरी, सुनता अब नहीं कोई
याद तेरी अब है मेरी, और अब नहीं कोई
उस त़ेज कदम ने हिला दिया मुझको
कर कर के याद तुझको मैं भूल गया खुदको